गुरुवार, 7 मार्च 2013

रहस मेला 2013


रहस-लोकोत्सव का शुभारंभ
समाज में हर परिवर्तन
और बदलाव में युवाओं
की सक्रिय भागीदारी रही है:तोमर

सागरं।   समाज में हर तरह के बदलाव में युवाओं की सक्रिय भूमिका रही है । सनातन धर्म की रक्षा के लिये जगदगुरू शंकराचार्य ने चार पीठों की स्थापना की। इस संघर्ष में उन्होंने भी युवाकाल में प्राणों की आहुति दी ।  यह बात  मुख्य आतिथिनरेंद्र सिंह  तोमर ने कही।   दूसरे स्वतंत्रता संग्राम में रामप्रसाद विस्मिल, भगतसिंह, राजगुरू, असफाक अहमद आदि सेनानियों ने भी युवावस्था में स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका निभाई। समारोह के अध्यक्ष श्री भार्गव ने कहा कि आज युवाओं को रोजगार नौकरी और अन्य तरह की कई मस्यायें है वे टी.वी.चैनलों और आधुनिक परिवेश के चलते दिषाहीन भी है । उन युवाओं को दिषा देने की आवष्यकता है।,सांसद श्री सिंह ने कहा कि ऐतिहासिक रहस मेले को जीवन्त रखने के लिये पंचायत मंत्री के प्रयास वंदनीय है।     
                         गौरतलब है कि जिले के तहसील मुख्यालय गढाकोटा में 209 वर्षो पुरातन ऐतिहासिक रहस मेला प्रतिवर्ष लगता है।  रहस-लोकोत्सव का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया । समारोह में स्वामी विवेकानंद सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार भी वितरित किये गये । इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष हरवंष सिंह राठौर, नगर निगम अध्यक्ष विनोद तिवारी, दिनेष शर्मा, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे । शुभारंभ समारोह में रहली क्षेत्र के लिये सम्पन्न स्वामी विवेकानंद सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में पहले 610 प्रतिभागियों को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।         पूर्व में युवाओं के द्वारा वाहन रैली के रूप में मुख्य अतिथि को रथ में बैठाकर आयोजन स्थल तक लाया गया और जगह जगह मुख्य अतिथि पर फूलवर्षा कर लोगों ने स्वागत किया । कार्यक्रम संचालन  जगदीष लहरिया ने आभार प्रदर्षन बसन्त यादव ने किया । 

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