बुधवार, 5 दिसंबर 2012

मनमानी


जनसुनवाई में सुनी समस्यायें

70 हजार खर्च नहीं आई कपिलधारा

सागर /राज्य सरकार के निर्णयानुसार आमजनों की शिकायतों व समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिये प्रत्येक सप्ताह के हर मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम होता है। जिसमें जिला मुख्यालय से लेकर विकासखण्ड मुख्यालय तक के कार्यालयों में संबंधित अधिकारी मंगलवार को प्रातः 11 बजे से एक बजे तक मौजूद रहकर वहां उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति से भेंट कर समस्यायें सुनते है और निपटारा करते है। इसी क्रम में कलेक्टर योगेन्द्र शर्मा ने जनसुनवाई में 85 आवेदकों की समस्याये सुनी और उन्हें निपटाने के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया साथ ही पात्र आवेदको को मौके पर ही लाभ उपलब्ध कराये।
     
         जनसुनवाई में ग्राम गुंजौरा के प्रभू कोटवार ने आवेदन प्रस्तुत किया कि उनकी 3 एकड सेवा भूमि में कपिलधारा कुंआ स्वीकृत हुआ था और उन्हें 21 हजार 500 रूपये की किष्त मिली थी । अब इस कुयें में मैने बैंक से ऋण लेकर 70 हजार रूपये खर्च कर दिये है किन्तु ग्राम पंचायत के सचिव पैसा नहीं देकर यह लिखकर देने मजबूर कर रहे हैं कि मैने 70 हजार रूपये की राशि प्राप्त कर ली है । उन्होंने अनुरोध किया कि उनके कुंये में कराये गये कार्य पर अब तक व्यय का आकलन कराते हुए षेष राषि दिलवाई जाये । इस संबंध में कलेक्टर ने सी.ई.ओ. जिला पंचायत को स्वयं स्थल निरीक्षण करते हुए प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देष दिये । जनसुनवाई में ग्राम खौजाखेडी के अजीते हिम्मत आदिवासी ने आवेदन दिया कि उन्हें षासन द्वारा वर्ष 86-87 में 0.89 हेक्टर भूमि का पट्टा व कब्जा मिला था । उन्होंने उल्लेख किया कि पट्टे की उक्त जमीन में से 0.37 डिस. भूमि पर कतिपय अनावेदक ने कुछ समय पहले बेजा कब्जा कर लिया है ।
      उन्होंने अपने पट्टे की जमीन से बेजा कब्जा हटवाये जाने का अनुरोध किया । इस संबंध में एस.डी.एम. खुरई को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देष दिये गये । जनसुनवाई में ग्राम डबडेरा की मीराबाई व सुमित्राबाई ने आवेदन दिया कि उनकी भू-स्वामी की जमीन में से षासन द्वारा बंधान निर्माण के लिये जमीन अधीग्रहीत की थी और षासन द्वारा अन्यंत्र स्थान पर एक एकड भूमि आवंटित की गई है जो वंजर है और भूमि में पत्थर ही पत्थर है । उन्होंने अनुरोध किया कि अधीग्रहीत भूमि के बदले उन्हें या तो उपजाउ भूमि आवंटित की जाये अथवा षासन की वर्तमान दर के आधार पर मुआवजा दिया जाये । कलेक्टर ने इस संबंध में भू-अर्जन अधिकारी को पूरे प्रकरण की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देष दिये।            

      जनसुनवाई में बीना सिविल अस्पताल की स्टाफ नर्स एस.मसीह लेवी ने आवेदन दिया कि उन्हें समयमान  वेतनमान  स्वीकृति के बाद सिविल सर्जन  टीकमगढ द्वारा 26 जुलाई 2012 को 72 हजार 366 रूपये का एरियर्स बिल तैयार कर बीना सिविल डिस्पेंसरी भेजा गया है जो बीना में 31 जुलाई को प्राप्त हो गया है । किन्तु उनके कार्यालय के अकाउन्टेन्ट एरियर्स बिल निकलवाने के लिये पांच हजार रूपये की रिष्वत मांग रहे है । उन्होंने अनुरोध किया कि उनके लम्बित बकाया स्वत्वों का भुगतान दिलवाया जाये । इस संबंध में कलेक्टर ने सी.एम.एच.ओ. को हिदायत दी कि वे संबंधित कर्मचारियों को रिकार्ड लेकर आज ही अपने सामने बुलाकर जांच पडताल करें और यदि अकाउन्टेन्ट द्वारा रिष्वत की मांग की गई हो तो संबंधित के निलंबन की कार्यवाही की जाये।
                              
      जनसुनवाई में खुरई के ताराचंद विष्वकर्मा ने आवेदन दिया कि वे कैंसर पीडित है और उन्हें राज्य बीमारी सहायता भी पहले मिल चुकी है किन्तु उनका इलाज पूरा नहीं हो पाया है । उन्हें इलाज हेतु आर्थिक सहायता दिलाई जाये । इस संबंध में कलेक्टर ने  विष्वकर्मा को भोपाल इलाज के लिये जाने हेतु तुरन्त एक हजार रूपये की राषि संकटापन्न स्थिति में सहायता योजना के तहत दिलवाई और पीडित को पुनः भोपाल के अस्पताल में इलाज करवाये जाने का परामर्ष दिया । साथ ही जिला स्वास्थ्य अधिकारी को हिदायत दी कि बीमार व्यक्ति को दुबारा इलाज संबंधी प्रकरण में यदि सहायता स्वीकृत हो सकती है तो प्रकरण तैयार करवायें ।

रक्षा मंत्री को बताये छावनी क्षेत्र के हालात

सांसद भूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मिला

सागर।  सांसद भूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में छावनी परिषद् के पार्षदों ने रक्षा मंत्री एके एन्टोनी से दिल्ली में मुलाकात कर छावनी क्षेत्र की जनसमस्याओं को हल कराने का अनुरोध किया। साथ ही छावनी की मुख्य अधिशासी अधिकारी का तत्काल स्थानांतरण कर उनके कार्यकाल में हुई अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जाँच कराने की मांग की है। 

        सांसद भूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय में रक्षा मंत्री श्री एन्टोनी से मुलाकात करने पहुँचे छावनी क्षेत्र के पार्षद हरिओम केशरवानी, संजय बाजपेयी, मुबीन मकरानी, शेखर चौधरी, भाजपा सदर मंडल अध्यक्ष प्रभुदयाल पटेल एवं सांसद प्रतिनिधि वीरेन्द्र पटैल ने छावनी क्षेत्र की ज्वलंत समस्याओं का ब्यौरा प्रस्तुत किया। उक्त प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मंत्री से मांग की छावनी क्षेत्र में कृषि भूमि का नवीनीकरण और नामांतरण की कार्रवाई की जावे। छावनी क्षेत्र में झुग्गी-झोपड़ी में रह रहे गरीब परिवारों को राजीव गांधी कुटीर आवास योजना के अन्तर्गत पट्टे प्रदान किए जावें। साथ ही रक्षा मंत्री से यह भी अनुरोध किया गया कि बंगलों के अधिग्रहण की कार्रवाई को शीघ्र स्थगित किया जावे तथा सैन्य अधिकारियों द्वारा की जा रही अनावश्यक कार्रवाई को रोका जावे।

       प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि क्षेत्र के रहवासियों के प्रति केन्ट प्रशासन का रवैया निरंकुश है। मनमर्जी से जल, सम्पति और सफाई कर बढ़ाकर नागरिकों को परेशान किया जा रहा है।  प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मंत्री को सौंपे ज्ञापन में मुख्य अधिशासी अधिकारी श्रीमती नेहा गुप्ता का स्थानांतरण कर उनके कार्यकाल में हुई अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। ज्ञापन में लेख है कि सागर छावनी में पदस्थ सीईओ श्रीमती नेहा गुप्ता द्वारा बोर्ड को गुमराह करते हुए आर्थिक अनियमिताताएँ की जा रही हैं। श्रीमती गुप्ता के ढुलमुल रवैये के कारण विकास की गति अवरूद्ध हो गई है।

        सीईओ की हठधर्मिता और प्रशासनिक अक्षमता के कारण वित्तीय वर्ष के आठ माह गुजर जाने के बाद भी विकास कार्य प्रारंभ नहीं हो सके हैं। छावनी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर सांसद श्री सिंह के नेतृत्व में उक्त प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल (रक्षा सम्पदा) रविकांत चौपड़ा से भी मुलाकात की।

जनसमस्या

गौ हत्या के खिलाफ आन्दोलन की चेतावनी

सागर।  सागर नगर के निगम व केन्ट क्षेत्रों में खुलेआम चल रहे अवैध मांस व्यापार के विरूद्ध प्रशासन के उदासीन रवैये के विरोध में जनअन्दोलन छेडा जायेगा।शहर की लगभग हर गली कूचे में जगह जगह मुर्गा अण्डा की बिना लायसेन्स अपंजीकृत दुकानों एवं बहुत बडी तादाद में हो रही गौ हत्या से अहिंसा में विष्वास रखने वाले जनमानस को भारी पीडा है।      
      सागर नगर में मुख्यतः राधा तिराहा के पास एवं झांसी रोड सदर में अवैध मुर्गा मांस का कारोबार अनियन्त्रित होकर  मांस माफिया के हाथों में पहुंच चुका है। गन्दगी, बदबू और न्यूसेन्स से आम जनता परेषान है।केन्अ व निगम के कर्मचारियों व अधिकरियों के संरक्षण में अवैध मांस व्यापार चल रहा है। सागर नगर में कसाई मण्डी एवं सदर बाजार में राजनैतिक संरक्षण के सहारे गौ हत्या का धिनौना कारोबार चल रहा है। पुलिस तो कभी कभी गैरकानूनी गौ मांस पकड भी लेती है लेकिन लायसेन्सिेग अथारिटी होने के बावजूद भी केन्ट व निगम प्रषासन पूरी तरह उदासीन रहकर ,गौ मांस बिक्री को चलने दे रहा है।
      सैकडों की संख्या में जनता की ओर से षिकायतें दर्ज कराई गई है। माननीय न्यायालयों में भी केन्ट व  निगम प्रषासन के खिलाफ मामले चल रहे हैं। लेकिन सत्ता के अहंकार में डूबा प्रषासन जनता की आवाज को सुन नही रहा है। इसीलिये अब पीडित जनता आन्दोलन को बाध्य है। विचार संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कपिल मलैया ने जन आन्दोलन की चेतावनी देते हुये प्रषासन को आगाह किया है कि सागर व दमोह सहित सम्पूर्ण सागर सम्भाग में लाखो की संख्या में गौ वध और करोडों की संख्या में मुर्गा वध का अवैध कारोबार प्रषासन की जानकारी में चल रहा है। सिर्फ दमोह नगर पालिका के अन्तर्गत विगत तीन वर्षों में लगभग 1 लाख 60 हजार से अधिक गाये काटी गई एवं 23 हजार से अधिक भैसे व लाखों की संख्या में अन्य चौपाये जानवर काटे गये। जबकि दमोह नगर पालिका ने एक भी लायसेन्स आज तक मांस बेचने या पषु वध का किसी को भी जारी नही किया है। और यह सारी जानकारी नगर पालिका और दमोह प्रषासन के रिकार्ड पर मौजूद है।कुण्डलपुर धार्मिक तीर्थ के मार्ग पर पटेरा में खुले में चल रही मांस दुकानों से साधू सन्त बहुत दुखी हैं व जनता में बहुत आक्रोष है। बीना मे तो अवैध मांस व्यापार की गन्दगी व न्यूसेन्स से पीडित होकर स्वयं मांसाहारी लोग आन्दोलन को बाध्य हो गये हैं। 
            कपिल मलैया ने प्रषासन को चेतावनी देते हुये कहा कि अगर मांस के अवैध कारोबार को बन्द नही कराया गया तो हम अहिंसक समाज के लोग जन आन्दोलन को बाध्य होगें जिसकी सारी जिम्मेवारी प्रषासन की होगी।

सिंह ने पुनः आयुक्त का पदभार ग्रहण किया

सागर। /नगर पालिक निगम सागर में पूर्व में आयुक्त के पद पर रहे श्री सूर्यभान सिंह ने पुनः आयुक्त का पदभार ग्रहण कर लिया। उन्होंने पद भार ग्रहण करने के उपरांत महापौर श्रीमति अनीता हरप्रसाद अहिरवार, निगमाध्यक्ष पं. विनोद तिवारी, नेता प्रतिपक्ष चक्रेश सिंघई, से मुलाकात की महापौर श्रीमति अनीता हरप्रसाद अहिरवार ने महापौर कक्ष में आयुक्त श्री सूर्यभान सिंह का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
      उल्लेखनीय है कि सूर्यभान सिंह नगर निगम सागर में आयुक्त के पद पर 18 जून 2010 से 25 जुलाई 2012 तक पूर्व में पदस्थ थे। उनके बाद 25 जूलाई 2012 से 03 दिसम्बर 2012 तक आर.पी.सिंह आयुक्त के पद पर रहे है। प्रातः 11 बजे एस.बी.सिंह द्वारा पदभार ग्रहण करने के उपरांत नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया। पदभार ग्रहण करने के उपरांत आयुक्त ने कहा कि मैं सागर के विकास के लिए हमेशा प्रयत्नशील था और आगे भी रहूंगा। नगर विकास के लिए शासन स्तर से जो भी प्रयास करना होंगे। उससे मैं पीछे नहीं हटूंगा। जो योजनाऐं व कार्य लंबित थे उन्हें शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा।
         

जनसुनवाई में सुनी समस्यायें

70 हजार खर्च नहीं आई कपिलधारा

सागर /राज्य सरकार के निर्णयानुसार आमजनों की शिकायतों व समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिये प्रत्येक सप्ताह के हर मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम होता है। जिसमें जिला मुख्यालय से लेकर विकासखण्ड मुख्यालय तक के कार्यालयों में संबंधित अधिकारी मंगलवार को प्रातः 11 बजे से एक बजे तक मौजूद रहकर वहां उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति से भेंट कर समस्यायें सुनते है और निपटारा करते है। इसी क्रम में कलेक्टर योगेन्द्र शर्मा ने जनसुनवाई में 85 आवेदकों की समस्याये सुनी और उन्हें निपटाने के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया साथ ही पात्र आवेदको को मौके पर ही लाभ उपलब्ध कराये।
     
         जनसुनवाई में ग्राम गुंजौरा के प्रभू कोटवार ने आवेदन प्रस्तुत किया कि उनकी 3 एकड सेवा भूमि में कपिलधारा कुंआ स्वीकृत हुआ था और उन्हें 21 हजार 500 रूपये की किष्त मिली थी । अब इस कुयें में मैने बैंक से ऋण लेकर 70 हजार रूपये खर्च कर दिये है किन्तु ग्राम पंचायत के सचिव पैसा नहीं देकर यह लिखकर देने मजबूर कर रहे हैं कि मैने 70 हजार रूपये की राशि प्राप्त कर ली है । उन्होंने अनुरोध किया कि उनके कुंये में कराये गये कार्य पर अब तक व्यय का आकलन कराते हुए षेष राषि दिलवाई जाये । इस संबंध में कलेक्टर ने सी.ई.ओ. जिला पंचायत को स्वयं स्थल निरीक्षण करते हुए प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देष दिये । जनसुनवाई में ग्राम खौजाखेडी के अजीते हिम्मत आदिवासी ने आवेदन दिया कि उन्हें षासन द्वारा वर्ष 86-87 में 0.89 हेक्टर भूमि का पट्टा व कब्जा मिला था । उन्होंने उल्लेख किया कि पट्टे की उक्त जमीन में से 0.37 डिस. भूमि पर कतिपय अनावेदक ने कुछ समय पहले बेजा कब्जा कर लिया है ।
      उन्होंने अपने पट्टे की जमीन से बेजा कब्जा हटवाये जाने का अनुरोध किया । इस संबंध में एस.डी.एम. खुरई को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देष दिये गये । जनसुनवाई में ग्राम डबडेरा की मीराबाई व सुमित्राबाई ने आवेदन दिया कि उनकी भू-स्वामी की जमीन में से षासन द्वारा बंधान निर्माण के लिये जमीन अधीग्रहीत की थी और षासन द्वारा अन्यंत्र स्थान पर एक एकड भूमि आवंटित की गई है जो वंजर है और भूमि में पत्थर ही पत्थर है । उन्होंने अनुरोध किया कि अधीग्रहीत भूमि के बदले उन्हें या तो उपजाउ भूमि आवंटित की जाये अथवा षासन की वर्तमान दर के आधार पर मुआवजा दिया जाये । कलेक्टर ने इस संबंध में भू-अर्जन अधिकारी को पूरे प्रकरण की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देष दिये।            

      जनसुनवाई में बीना सिविल अस्पताल की स्टाफ नर्स एस.मसीह लेवी ने आवेदन दिया कि उन्हें समयमान  वेतनमान  स्वीकृति के बाद सिविल सर्जन  टीकमगढ द्वारा 26 जुलाई 2012 को 72 हजार 366 रूपये का एरियर्स बिल तैयार कर बीना सिविल डिस्पेंसरी भेजा गया है जो बीना में 31 जुलाई को प्राप्त हो गया है । किन्तु उनके कार्यालय के अकाउन्टेन्ट एरियर्स बिल निकलवाने के लिये पांच हजार रूपये की रिष्वत मांग रहे है । उन्होंने अनुरोध किया कि उनके लम्बित बकाया स्वत्वों का भुगतान दिलवाया जाये । इस संबंध में कलेक्टर ने सी.एम.एच.ओ. को हिदायत दी कि वे संबंधित कर्मचारियों को रिकार्ड लेकर आज ही अपने सामने बुलाकर जांच पडताल करें और यदि अकाउन्टेन्ट द्वारा रिष्वत की मांग की गई हो तो संबंधित के निलंबन की कार्यवाही की जाये।
                              
      जनसुनवाई में खुरई के ताराचंद विष्वकर्मा ने आवेदन दिया कि वे कैंसर पीडित है और उन्हें राज्य बीमारी सहायता भी पहले मिल चुकी है किन्तु उनका इलाज पूरा नहीं हो पाया है । उन्हें इलाज हेतु आर्थिक सहायता दिलाई जाये । इस संबंध में कलेक्टर ने  विष्वकर्मा को भोपाल इलाज के लिये जाने हेतु तुरन्त एक हजार रूपये की राषि संकटापन्न स्थिति में सहायता योजना के तहत दिलवाई और पीडित को पुनः भोपाल के अस्पताल में इलाज करवाये जाने का परामर्ष दिया । साथ ही जिला स्वास्थ्य अधिकारी को हिदायत दी कि बीमार व्यक्ति को दुबारा इलाज संबंधी प्रकरण में यदि सहायता स्वीकृत हो सकती है तो प्रकरण तैयार करवायें ।

रक्षा मंत्री को बताये छावनी क्षेत्र के हालात

सांसद भूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मिला

सागर।  सांसद भूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में छावनी परिषद् के पार्षदों ने रक्षा मंत्री एके एन्टोनी से दिल्ली में मुलाकात कर छावनी क्षेत्र की जनसमस्याओं को हल कराने का अनुरोध किया। साथ ही छावनी की मुख्य अधिशासी अधिकारी का तत्काल स्थानांतरण कर उनके कार्यकाल में हुई अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जाँच कराने की मांग की है। 

        सांसद भूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय में रक्षा मंत्री श्री एन्टोनी से मुलाकात करने पहुँचे छावनी क्षेत्र के पार्षद हरिओम केशरवानी, संजय बाजपेयी, मुबीन मकरानी, शेखर चौधरी, भाजपा सदर मंडल अध्यक्ष प्रभुदयाल पटेल एवं सांसद प्रतिनिधि वीरेन्द्र पटैल ने छावनी क्षेत्र की ज्वलंत समस्याओं का ब्यौरा प्रस्तुत किया। उक्त प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मंत्री से मांग की छावनी क्षेत्र में कृषि भूमि का नवीनीकरण और नामांतरण की कार्रवाई की जावे। छावनी क्षेत्र में झुग्गी-झोपड़ी में रह रहे गरीब परिवारों को राजीव गांधी कुटीर आवास योजना के अन्तर्गत पट्टे प्रदान किए जावें। साथ ही रक्षा मंत्री से यह भी अनुरोध किया गया कि बंगलों के अधिग्रहण की कार्रवाई को शीघ्र स्थगित किया जावे तथा सैन्य अधिकारियों द्वारा की जा रही अनावश्यक कार्रवाई को रोका जावे।

       प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि क्षेत्र के रहवासियों के प्रति केन्ट प्रशासन का रवैया निरंकुश है। मनमर्जी से जल, सम्पति और सफाई कर बढ़ाकर नागरिकों को परेशान किया जा रहा है।  प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मंत्री को सौंपे ज्ञापन में मुख्य अधिशासी अधिकारी श्रीमती नेहा गुप्ता का स्थानांतरण कर उनके कार्यकाल में हुई अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। ज्ञापन में लेख है कि सागर छावनी में पदस्थ सीईओ श्रीमती नेहा गुप्ता द्वारा बोर्ड को गुमराह करते हुए आर्थिक अनियमिताताएँ की जा रही हैं। श्रीमती गुप्ता के ढुलमुल रवैये के कारण विकास की गति अवरूद्ध हो गई है।

        सीईओ की हठधर्मिता और प्रशासनिक अक्षमता के कारण वित्तीय वर्ष के आठ माह गुजर जाने के बाद भी विकास कार्य प्रारंभ नहीं हो सके हैं। छावनी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर सांसद श्री सिंह के नेतृत्व में उक्त प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल (रक्षा सम्पदा) रविकांत चौपड़ा से भी मुलाकात की।

जनसमस्या

गौ हत्या के खिलाफ आन्दोलन की चेतावनी

सागर।  सागर नगर के निगम व केन्ट क्षेत्रों में खुलेआम चल रहे अवैध मांस व्यापार के विरूद्ध प्रशासन के उदासीन रवैये के विरोध में जनअन्दोलन छेडा जायेगा।शहर की लगभग हर गली कूचे में जगह जगह मुर्गा अण्डा की बिना लायसेन्स अपंजीकृत दुकानों एवं बहुत बडी तादाद में हो रही गौ हत्या से अहिंसा में विष्वास रखने वाले जनमानस को भारी पीडा है।      
      सागर नगर में मुख्यतः राधा तिराहा के पास एवं झांसी रोड सदर में अवैध मुर्गा मांस का कारोबार अनियन्त्रित होकर  मांस माफिया के हाथों में पहुंच चुका है। गन्दगी, बदबू और न्यूसेन्स से आम जनता परेषान है।केन्अ व निगम के कर्मचारियों व अधिकरियों के संरक्षण में अवैध मांस व्यापार चल रहा है। सागर नगर में कसाई मण्डी एवं सदर बाजार में राजनैतिक संरक्षण के सहारे गौ हत्या का धिनौना कारोबार चल रहा है। पुलिस तो कभी कभी गैरकानूनी गौ मांस पकड भी लेती है लेकिन लायसेन्सिेग अथारिटी होने के बावजूद भी केन्ट व निगम प्रषासन पूरी तरह उदासीन रहकर ,गौ मांस बिक्री को चलने दे रहा है।
      सैकडों की संख्या में जनता की ओर से षिकायतें दर्ज कराई गई है। माननीय न्यायालयों में भी केन्ट व  निगम प्रषासन के खिलाफ मामले चल रहे हैं। लेकिन सत्ता के अहंकार में डूबा प्रषासन जनता की आवाज को सुन नही रहा है। इसीलिये अब पीडित जनता आन्दोलन को बाध्य है। विचार संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कपिल मलैया ने जन आन्दोलन की चेतावनी देते हुये प्रषासन को आगाह किया है कि सागर व दमोह सहित सम्पूर्ण सागर सम्भाग में लाखो की संख्या में गौ वध और करोडों की संख्या में मुर्गा वध का अवैध कारोबार प्रषासन की जानकारी में चल रहा है। सिर्फ दमोह नगर पालिका के अन्तर्गत विगत तीन वर्षों में लगभग 1 लाख 60 हजार से अधिक गाये काटी गई एवं 23 हजार से अधिक भैसे व लाखों की संख्या में अन्य चौपाये जानवर काटे गये। जबकि दमोह नगर पालिका ने एक भी लायसेन्स आज तक मांस बेचने या पषु वध का किसी को भी जारी नही किया है। और यह सारी जानकारी नगर पालिका और दमोह प्रषासन के रिकार्ड पर मौजूद है।कुण्डलपुर धार्मिक तीर्थ के मार्ग पर पटेरा में खुले में चल रही मांस दुकानों से साधू सन्त बहुत दुखी हैं व जनता में बहुत आक्रोष है। बीना मे तो अवैध मांस व्यापार की गन्दगी व न्यूसेन्स से पीडित होकर स्वयं मांसाहारी लोग आन्दोलन को बाध्य हो गये हैं। 
            कपिल मलैया ने प्रषासन को चेतावनी देते हुये कहा कि अगर मांस के अवैध कारोबार को बन्द नही कराया गया तो हम अहिंसक समाज के लोग जन आन्दोलन को बाध्य होगें जिसकी सारी जिम्मेवारी प्रषासन की होगी।

सिंह ने पुनः आयुक्त का पदभार ग्रहण किया

सागर। /नगर पालिक निगम सागर में पूर्व में आयुक्त के पद पर रहे श्री सूर्यभान सिंह ने पुनः आयुक्त का पदभार ग्रहण कर लिया। उन्होंने पद भार ग्रहण करने के उपरांत महापौर श्रीमति अनीता हरप्रसाद अहिरवार, निगमाध्यक्ष पं. विनोद तिवारी, नेता प्रतिपक्ष चक्रेश सिंघई, से मुलाकात की महापौर श्रीमति अनीता हरप्रसाद अहिरवार ने महापौर कक्ष में आयुक्त श्री सूर्यभान सिंह का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
      उल्लेखनीय है कि सूर्यभान सिंह नगर निगम सागर में आयुक्त के पद पर 18 जून 2010 से 25 जुलाई 2012 तक पूर्व में पदस्थ थे। उनके बाद 25 जूलाई 2012 से 03 दिसम्बर 2012 तक आर.पी.सिंह आयुक्त के पद पर रहे है। प्रातः 11 बजे एस.बी.सिंह द्वारा पदभार ग्रहण करने के उपरांत नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया। पदभार ग्रहण करने के उपरांत आयुक्त ने कहा कि मैं सागर के विकास के लिए हमेशा प्रयत्नशील था और आगे भी रहूंगा। नगर विकास के लिए शासन स्तर से जो भी प्रयास करना होंगे। उससे मैं पीछे नहीं हटूंगा। जो योजनाऐं व कार्य लंबित थे उन्हें शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा।