शुक्रवार, 14 दिसंबर 2012
बुविप्रा की चर्चा
बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण की बैठक
वन विभाग के तालाबों से पत्थर
निकाले जाने की जांच कराई जाये
सागर। बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण की सागर में बैठक सम्पन्न हुई । प्राधिकरण के अध्यक्ष उमेश शुक्ला की अध्यक्षता में सम्पन्न इस बैठक में प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत कार्यो की प्रगति की समीक्षा के साथ बुन्देलखण्ड विशेष पैकेज की कार्यप्रगति पर आवश्यक चर्चा कर महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये ।
स्थानीय कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सम्पन्न बैठक में समिति सदस्यों ने अपेक्षा की कि उनकी अनुशंसा पर जो काम स्वीकृत होते है उनकी प्रगति की जानकारी देते समय अनुशंसा करने वाले प्रतिनिधि का उल्लेख आवश्यक रूप से किया जाये । इसी तरह बुन्देखलखण्ड विशेष पैकेज के जो काम प्राधिकरण के पदाधिकारियों ने देखे है और उनकी कमियों की शिकायत बैठक में दी है तो उस पर कार्यवाही जरूर हो । साथ ही अगली बैठक में की गई कार्यवाही की जानकारी भी दी जाये ।बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ओरछा में प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत राशि से जो सामुदायिक भवन बनाया गया है उसके रख रखाव के लिये एवं उस भवन का उपयोग सभी कर सके इस हेतु भवन नगर पंचायत को हस्तांतरित किया जाये । बैठक में समिति सदस्यो ने बताया कि टीकमगढ जिले की निवाडी तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत सेंदरी में बुन्देलखण्ड विशेष पैकेज के तहत वन विभाग ने चार-पांच तलैयों का निर्माण कराया है जिनके पत्थर कतिपय दबंगो ने निकालकर कुओं की जुड़ाई करा ली है । इस संबंध में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इन तालाबों की जांच कराई जाये एवं दोषियों पर कार्यवाही भी हो । पूर्व में बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश राय ने बुन्देखलण्ड विकास प्राधिकरण के द्वारा वित्त वर्ष 2007-08 से लेकर वर्ष 2012-13 तक स्वीकृत कार्यो की प्रगति की जिलावार जानकारी दी । साथ ही बुन्देलखण्ड विशेष पैकेज के अंतर्गत कराये गये कार्यो की जानकारी भी प्राधिकरण सदस्यों को दी । उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्ष 2010-11 व वर्ष 2011-13 के जो कार्य अभी पूर्ण नहीं हुए है उनके संबंध में कारण बताओं नोटिस जारी किये जायेगे। आपने यह बताया कि दमोह जिले में बांदकपुर, कुण्डलपुर आदि तीर्थ नगरी संबंधी प्रस्तावों को प्राधिकरण की ओर से शासन को प्रेषित किया गया है और जैसे ही स्वीकृत मिलेगी। सभी सदस्यों को अवगत कराया जायेगा ।
प्रशासन की चौपाल
मगरौन वासियों के लिए 12-12-12 बन गया यादगार दिन
कमिश्नर की रात्रिकालीन चौपाल में
पूरी हुई मुंहमांगी मुरादें
मध्यरात्रि के बाद तक समस्याओं का करते रहे निराकरण
दमोह। दुनिया भर के लिए अहम दिन 12-12-12 दमोह जिले की बटियागढ़
जनपद के ग्राम मगरौन वासियों के लिए भी भरपूर खुशियों भरा यादगार दिन साबित हुआ,
इस दिन को मगरौनवासी
शायद ही कभी भूलें, क्योंकि इस दिन इस ग्राम में संभाग के मुखिया कमिश्नर आर.के.
माथुर ने अधीनस्थ संभागीय अधिकारियों, दमोह कलेक्टर श्री स्वतंत्र कुमार सिंह के
साथ रात में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं के निदान के साथ गांव की बुनियादी सुविधाओं
में भी बढ़ौत्तरी कराई। चौपाल में ग्राम मगरौन सहित आसपास के ग्रामवासियों ने 129 आवेदन पंजीकृत कराये
जिन पर सुनवाई के दौरान अनेक आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया और जिन आवेदनों के
निराकरण के लिए जांच आदि की प्रक्रिया पूर्ण की जानी जरूरी है उन्हें मौके पर उपस्थित
संबंधित विभाग के अधिकारियों को समय-सीमा में निराकृत करने सौंपे गये।
12-12-12 का दिन इस गांव में एक तरह से दीवाली के दिन जैसा रहा,
कमिश्नर, कलेक्टर का ग्रामवासियों
ने जोरदार इस्तकबाल किया। बेटियों के कलश ने रात्रि को जगमग कर दिया। वही बुन्देलखण्ड
के परम्परागत बाद्य वाद्य यंत्रों की धुन ने त्यौहारी माहौल बना दिया।
इस अवसर पर कमिश्नर श्री माथुर ने उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित
करते हुए कहा कि मां कलेही के दरबार में बैठे है उनके आर्शीवाद से आप सबकी समस्याओं
का निदान अवश्य होगा। इस दौरान प्राप्त आवेदनों की सुनवाई मेें उन्होंने मगरौन की प्राथमिक
शाला भवन का नवीनीकरण का कार्य चार में पूर्ण कराने तथा माध्यमिक शाला के विस्तार की
कार्यवाही करने, उत्कृष्ट विद्यालय बटियागढ़ में अनियमितताओं की जांच एक हफ्ते
में कराने, मगरौन उपस्वास्थ्य केन्द्र में सप्ताह में एक दिन डॉक्टर की ड¬ूटी लगाने,
हरदुआ जामशा उपस्वास्थ्य
केन्द्र में 7 दिन के अंदर ए.एन.एम. पदस्थ करने, केकड़ा जलाशय से विस्थापित
होकर अन्य स्थल पर बसे लोगों को विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित कराने, कनौरा में एक हफ्ते
में डी.पी.और कनेक्शन लगाने के निर्देश मौके पर उपस्थित अधिकारियों को दिये तथा ग्रामवासियों
को भी आश्वस्त किया कि जिस काम के लिए जो समय-सीमा तय की है वह काम तय सीमा में ही
होगा।
इसी तरह हिनौती उद्देशा गांव में बिजली व्यवस्था की व्यवस्थित
तरीके से जांच कराने, बेलापुरवा के नवीन 36 बी.पी.एल. कार्डधारियों
और रूसन्दों के नवीन 17 बी.पी.एल. कार्डधारियों को तत्काल खाद्यान्न का वितरण कराने,
मगरौन के स्वराज भवन
में बैंक की स्माल ब्राांच खोलने और 7 दिन में राजस्व निरीक्षक का कार्यालय प्रारंभ
करने, मगरौन ग्राम पंचायत भवन मार्च 2013 तक बनवाने, मगरौन में पशु औषधालय
खोलने का प्रस्ताव शासन को शीघ्र भिजवाने, बरौदा से भरौठा तक की सड़क एक माह में पूर्ण
कराने, मगरौनवासी वृद्धा जगरानी को कुटीर के लिए विशेष प्रकरण बनाकर कुटीर देने,
बरौदा की गेंेदारानी
पति कड़ोरी के खेत में अंशदान योजना के तहत एक सप्ताह में डी.पी. लगाने के सख्त निर्देश
सभी संबंधित अधिकारियों को दिये तथा कार्य पूर्ण करने की जानकारी उन्हें देने के निर्देश
दिये।
इस तरह से कमिश्नर श्री माथुर ने चौपाल में विद्युत विभाग संबंधी-8,
शिक्षा-6, स्वास्थ्य-3,
जनपद-17, बैंक-5, खाद्य-3, पी.एच.ई-3,
आर.ई.एस., खनिज, एवं जल संसाधन विभाग
से संबंधित प्राप्त-एक-एक आवेदनों पर मौके पर ही सुनवाई कर निराकरण कराया। राजस्व विभाग
से संबंधित 60 आवेदन जिनमें अधिकांश बी.पी.एल. सूची में नाम जोड़ने के थे,
उनके संबंध में आवेदकों
को आश्वस्त किया कि इन पर जांच की जरूरत होती है। अत: परीक्षण उपरांत कार्यवाही की
जा सकेगी।
तीन दम्पत्तियों का सम्मान
इस दौरान चार बेटियों
को लाड़ली लक्ष्मी योजना में लाभान्वित करते हुए कमिश्नर श्री माथुर ने जन प्रतिनिधियों
के साथ राष्ट्रीय बचत पत्र भेंट किये। इसी तरह एक एवं दो लड़कियों पर परिवार नियोजन
अपनाने वाले तीन दम्पत्तियों को भी सार्वजनिक तौर से मंच से शाल श्रीफल से सम्मानित
किया। तथा अन्य लोगों को भी इन दम्पत्तियों से प्रेरणा लेने की समझाइश दी। इसी तरह कलेक्टर श्री सिंह ने भी इन दम्पत्तियों द्वारा किये गये कार्य को अनुकरणीय
बताते हुए समाज से अपेक्षा की कि बेटी को सहज रूप से अपनाये, बेटियों को अगर हम
खत्म करते जायेंगे तो एक समय ऐसा आयेगा जब कोई लड़का बाप नहीं बन पायेगा।
इस दौरान विभिन्न विभागों
के अधिकारियों ने विभागीय योजनाओं की भी जानकारी दी। मौके पर संभागीय अधिकारियों में
संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ.के.के. ताम्रकार, संयुक्त संचालक कृषि
कोरी, संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास रमनवाल, संयुक्त संचालक सामाजिक
न्याय त्रिपाठी सहित अपर कलेक्टर डॉ.जे.सी.जटिया, कार्यपालन यंत्री लोक
निर्माण विभाग ए.के. सिंह, एस.डी.एम. राकेश कुशरे, सी.ई.ओ. जनपद आर.के.
चौबे सहित विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख अधिकारी मौजूद थे।
राजनीति
सांसद ने उठाया दुर्घटनाओं का मामला
रिफायनरी के कामगारों को प्रशिक्षण की सिफारिश
सागर। बीना
स्थित भारत ओमान रिफायनरी में हुई दुर्घटनाओं की जाँच के लिए बहु-संकाय सदस्य समिति
गठित की गई थी, जिसने रिफायनरी कामगारों को प्रशिक्षण दिए जाने की सिफारिश की है। लोकसभा में यह
जानकारी सांसद भूपेन्द्र सिंह के प्रश्न पर पेट्रोलियम राज्यमंत्री ने दी है।
सांसद भूपेन्द्र सिंह ने लोकसभा में प्रश्न कर जानना
चाहा कि वर्ष 2006 में भारत-ओमान रिफायनरी के निर्माण कार्य के शुरू से लेकर अब तक उन्नीस दुर्घटनाओं
में से प्रत्येक की जाँच करने के लिए गठित बहु-संकाय सदस्य समिति द्वारा की गई सिफारिशों
का ब्यौरा क्या है? जबाव में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री श्रीमती पी. लक्ष्मी ने बताया
है कि बहु-संकाय समिति इस निष्कर्ष पर पहुँची है कि बीओआरएल में दुर्घटनाओं का मुख्य
कारण इन दुर्घटनाओं में शामिल संबंधित व्यक्तियों द्वारा निर्धारित सुरक्षा प्रक्रियाओं
का अनुपालन नहीं किया जाना था। समिति ने कामगारों को सुरक्षित कार्य प्रक्रियाएँ, उपकरणों का सही प्रयोग
तथा निजी सुरक्षा संबंधी उपकरणों का प्रयोग करने संबंधी प्रशिक्षण देने की सिफारिश
की है।
राज्यमंत्री ने भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन से प्राप्त
सूचना का उल्लेख कर बताया कि बीओआरएल के कामगारों को नियमित अंतराल पर सुरक्षा प्रशिक्षण
दिया जाता है। इसके अतिरिक्त, दिन में कार्य आरंभ करने से पहले बीओआरएल के सुरक्षा
अधिकारियों द्वारा टूल बाक्स संबंधी व्याख्यान दिए जाते हैं और ऐसा ही ठेकेदार के पर्यवेक्षक
द्वारा ठेका कामगारों के लिए किया जाता है। राज्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश और
केन्द्र के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किए गए संयुक्त निरीक्षण में बीना रिफायनरी
में किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं पाई गई है। रिफायनरी द्वारा खरीदी गई मोबाइल
वैन में वायु गुणवत्ता पर निगरानी रखने की सुविधा है। जिसके द्वारा सीमावर्ती गाँवों
में वायु की गुणवत्ता की नियमित रूप से निगरानी की जाती है और इसमें किसी भी प्रकार
की अनियमितता नहीं पाई गई है।
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