शुक्रवार, 4 अक्तूबर 2013

भ्रष्टाचार



                        
 जेडी ने संभाली कमान बढ़ गया भ्रष्टाचार   
सागर। जनसंपर्क विभाग सागर में जब से जेडी जीएस मौर्य ने कमान संभाली है तभी से भ्रष्टाचार बढ़ गया है। फिलहाल वे  भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र तोमर के एजेंट के रूप में काम कर रहे है। फिर भी उनका तबादला नहीं किया गया है। जिससे उनके हौंसले बुलंद है,वे अपने कार्यालय में आने वालों से अभद्रतापूर्ण व्यवहार करते है। विरोध जताने पर भाजपा नेताओं की धौंस दिखाते है। यह पहला कार्यालय है जहां पर शासन के निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। जनसुनवाई करने में लापरवाही बरती जा रही है,साथ ही सूचना के अधिकार के अनुसार लोक सूचना अधिकारी नियुक्त नहीं किया है। दोनों ही मामलों में आफिस परिसर में समय,दिन और लोक सूचना अधिकारी का प्रदर्शित नहीं किया है। फिर वे इसे नियम विरुद्ध कार्य नहीं मानते है।
नहीं टूटी जेडी की नींद 
            दो तिमाही गुजरने के बाद भी ना ही इसे बनाया है और ना ही उपलब्धियां बता रहे हैं। सत्कार फंड की राशि वे स्वयं डकार रहे है। अपने चहेतों को इस सीट पर बैठ कर उपकृत करने में लगे हैं। इतना ही नहीं अधिमान्यता प्रकरणों का निपटारा राजपत्र में प्रकाशित नियमों के विपरीत कर रहे हैं। इसके माध्यम से वे समिति सदस्यों से सांठगांठ करके फर्जी पत्रकारों से पैसे ऐंठ रहे हैं। नियमानुसार संपादक,/कार्यकारी /स्थानीयसे संपादक में से कोई एक अधिमान्य हो सकता है लेकिन आचरण अखबार को इस मामले उन्होने छूट देकर राखी है। यही नहीं यहाँ पर वे कुछ ज्यादा ही मेहरबान हैं,यहाँ कार्यरत गैर पत्रकारों सहित बिना कार्यरतों को भी अधिमान्यता दिला रखी है। इसी प्रकार दैनिक भास्कर के एक कंप्यूटर आपरेटर को तहसील स्टार की अधिमान्यता दे रखी है। इस सूची में ऐसे नाम भी है जबलपुर राजाएक्स्प्रेस में कार्यरत थे फिर भी अधिमान्यता सागर से दी गई है। कई के तबादले हो गए, किसी ने नौकरी छोड़ दी,किसी ने अन्य अखबार ज्वाइन कर लिया लेकिन जेडी की नींद नहीं टूटी।
आफिस को बनाया घर
जेडी ने वैसे तो सरकारी बंगला एलाट करा लिया है फिर भी वे अपने कुछ शौक पूरे करने के लिए आफिस में एक सहयोगी के साथ रहते हैं। साथ ही वाहन के दुरुपयोग के सह डीजल/पेट्रोल की चौरी से अपना घर भर रहे है। फोटोग्राफी,फोटोकापी आदि की खरीदी में कमीशन खाने में लगे हैं। अधिकारियों से विज्ञापनों को समाचार का रूप देकर पैसे ऐंठ लेते हैं। अपनी स्वार्थ सिद्धि नहीं कर प रहे तो एक पद के विपरीत दूसरा बाबू बुला लिया। जिससे उनके भ्रष्टाचार पर पर्दा डला रहे,

                                                                                                                                                                                 
शेष कारनामें अगली बार -------------------
http://bundelilivenews.blogspot.com जरूर देखें पढ़ें ---------------------------------------

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें