मंगलवार, 6 नवंबर 2012

प्रशिक्षण


मिट्टी से बनी मूर्तियों का प्रशिक्षण

प्रदूषित हो रहे जलस्त्रोतों को बचाने के प्रयास

सागर। अघुलनशील तथा कृत्रिम रंगों से बनी मूर्तियों से प्रदूषित हो रहे जलस्त्रोतों को बचाने के उद्देय से सागर में मूर्ति निर्माण से जुड़े लोगो का मिट्टी से मूर्ति निर्माण कराने संबंधी एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ । जिसमें मिट्टी से मूर्ति निर्माण के प्रचलन को बढ़ावा देने पर बल दिया गया ।म0प्र0 जन अभियान परिषद के तत्वाधान में स्थानीय होटल में संपन्न इस एक दिवसीय प्रिाक्षण कार्यक्रम में संभाग के समस्त जिलों में मूर्ति निर्माण कार्य से जुड़े चिन्हांकित व्यक्तियों को बुलाकर मिट्टी से मूर्ति निर्माण का प्रिाक्षण उपलब्ध कराया गया । जिला समन्वयक प्रदीप तिवारी ने बताया कि प्रिाक्षण का मुख्य उद्देय पानी में अघुलनाील तथा कृत्रिम रंगों से बनी मूर्तियों से प्रदूषित हो रहे जल स्त्रातों के प्रति लोगों को सचेत करना था । साथ ही मिट्टी से बनी ईको-फ्रेंडली मूर्तियों के प्रचलन को बढ़ावा देना था । उक्त प्रिाक्षण में भोपाल से आए वरिष्ठ मूर्तिकार अाोक भारद्वाज ने मूर्ति निर्माण में मिट्टी से कौालपूर्वक प्रयोग, रंगीन मिट्टी बनाना एवं मिट्टी से विभिन्न प्रकार की मूर्तियां बनाना सिखाया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विनोद प्रजापति डायरेक्टर माटी कला बोर्ड और  अतिथि के रूप में डा डी.सी.र्मा प्रोफेसर डा हरिसिंह गौर वि0वि0 सागर उपस्थित थे । परिषद के संभाग समन्वयक अमित ााह द्वारा कार्यक्रम के उद्देय से परिचित कराया गया । कार्यक्रम संचालन विकासखंड समन्वयक द्वारका प्रसाद पाठक ने और अंत में आभार   प्रदीप तिवारी ने जताया

लाखा बंजारा झील

यह  है बुंदेलखंड सागर मप्र की ऐतिहासिक  झील
 जिसे  लाखा बंजारा  ने  अपने  लड़का -बहू  का
 बलिदान देकर बनवाया  था ,लेकिन आज पर्यावरण
 प्रदूषण की वजह से यह विरासत संकट से जूझ रही है।